Story: The Unemployed is a common story of common men, where a well-educated guy working in the corporate world is not happy with his job and salary. He always finds a beggar on a footbridge on his way to office and back. One day he calculate the beggars earning and figure out that the Beggar earns 10 times of his salary and has no worries about him of job security so when this guy loses his job, instead of applying for new job he joins the beggar and start begging
The Unemployed सारांश: कहानी है एक आम आदमी की जो अपनी नौकरी और तनख्वा से खुश नहीं. हर दिन ऑफिस जाते और वापस आते वक़्त उसे एक भिखारी दीखता था. तो एक दिन वो रुक के ये देखता है की वो एक दिन में कितना कामता हैं और उसे एहसास होता है की भिखारी उसे १० गुना ज्यादा कमाता हैं. एक तरफ एक पढ़ा लिखा इन्शान कितनी भी कोसिस कर ले उसे बस गाली ही मिल रही है और कमाई ना के बर्बर है वही भिखारी उस से कई ज्यादा कमाता हैं. तो जब ये अपनी जॉब खो देते हैं तो नयी जॉब ढूंढने की जगह वो बिख मांगना सुरु कर देता है
The Unemployed सारांश: कहानी है एक आम आदमी की जो अपनी नौकरी और तनख्वा से खुश नहीं. हर दिन ऑफिस जाते और वापस आते वक़्त उसे एक भिखारी दीखता था. तो एक दिन वो रुक के ये देखता है की वो एक दिन में कितना कामता हैं और उसे एहसास होता है की भिखारी उसे १० गुना ज्यादा कमाता हैं. एक तरफ एक पढ़ा लिखा इन्शान कितनी भी कोसिस कर ले उसे बस गाली ही मिल रही है और कमाई ना के बर्बर है वही भिखारी उस से कई ज्यादा कमाता हैं. तो जब ये अपनी जॉब खो देते हैं तो नयी जॉब ढूंढने की जगह वो बिख मांगना सुरु कर देता है